FACTS ABOUT पारद शिवलिंग कैसे बनता है REVEALED

Facts About पारद शिवलिंग कैसे बनता है Revealed

Facts About पारद शिवलिंग कैसे बनता है Revealed

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हरियाणा-पंजाब में बारिश, पंचकूला-हरिद्वार हाईवे धंसा

परभणी आंध्रप्रदेश, तेलंगणा, कर्नाटक, गुजरात आणि मध्यप्रदेश सारख्या इतर राज्याशी संबंधित आहेत. महाराष्ट्रातील इतर महानगरांत परभणी जिल्ह्यात एसटी महामंडळाच्या परभणी विभागात अनेक रोजची बस आहेत.

शिवलिंग की पूजा करने से जातक की आर्थिक स्थिति भी काफी मजबूत होती है और उसे भविष्य में कभी भी आर्थिक स्थिति से नहीं जूझना पड़ता।

सुखी जीवन का सूत्र: एक शिष्य ने रामकृष्ण परमहंस से पूछा कि सभी लोग सुख-सुविधाओं का लाभ उठाते हैं, लेकिन साधु-संतों के लिए इतने कठोर नियम क्यों बनाए गए हैं?

जीवन में खुशियां प्राप्त करने के लिए पारद शिवलिंग की पूजा काफी लाभकारी मानी जाती है। इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है आर्युवेद के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा करने से हाई ब्लड प्रेशर और अस्थमा जैसी बीमारियों से लड़ने में मददगार है। पारद शिवलिंग क्या है पारा कई रोगों में दवा के रूप में काम करता है

देवघरात ठेवण्यात येणाऱ्या शिवलिंगाचा आकार आपल्या अंगठ्यापेक्षा अधिक असू नये.

ये है दुनिया का सबसे पवित्र शिवलिंग, ऐसे करें आराधना

नंतर गायीचे कच्या दुधाने अभिषेक करून पुन्हा गंगाजल ने अभिषेक करावा.

महाराष्ट्राला संत-महंतांची मोठी परंपरा आहे. मराठवाडा ही भूमीसुद्धा धार्मिक, ऐतिहासिक…

अपने जीवन में कामयाबी पाने के लिए आपको इस शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

१०० अश्वमेघ यज्ञ , चार धाम यात्रा , एक लाख गायीचे दान , केल्याने जे फळ मिळते ते एकट्या पारद शिवलिंगाच्या पूजनाने मिळेल.

फिर इसे घर के पवित्र स्थल पर पूर्व या उत्तर-पूर्व की ओर स्थापित करें।

अगर आपका पारद शिवलिंग नकली है तो यह सोने के साथ कोई क्रिया नहीं करेगा और सोना जैसे का तैसा ही रखा रहेगा।

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

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